Department of Hindi
हिंदी विभाग
ललित नारायण तिरहुत महाविद्यालय का हिंदी विभाग ‘उन्मुक्त छात्र’ निर्माण के प्रति पूर्णत: समर्पित हैI इस महाविद्यालय में ‘CBCS System’ के अंतर्गत चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम में छात्रों का नामांकन लिया जाता हैI चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम के अंतर्गत MJC, AEC, MIC,और MDC पत्र का अध्यापन कराया जाता हैI साथ ही, महाविद्यालय का हिंदी विभाग हिंदी साहित्य के अधिगम के नवीन द्वार खोलता हैI छात्रों में साहित्यिक चेतना के विकास हेतु समय-समय पर लेखन प्रतियोगिता, भाषण प्रतियोगिता, संगोष्ठी व सेमिनार आयोजित किया जाता हैI
उद्देश्य
साहित्य के माध्यम से मानवीय संवेदनाओं का विकास हैI छात्रों को संवेदनशील बनाना महाविद्यालय के हिंदी विभाग का लक्ष्य हैI साहित्य की विभिन्न विधाओं यथा कहानी, कविता, उपन्यास, यात्रा वृतांत आदि के अध्यापन के दौरान छात्रों को साहित्य के मूल पाठ का जीवन में अनुप्रयोग क्या है? इसे समझने का प्रयास किया जाता हैI महाविद्यालय में नामांकित छात्र किशोरावस्था को पार कर युवावस्था में प्रवेश करते हैंI इस अवस्था में ‘भावात्मक बुद्धि’ की आवश्यकता पड़ती है, इसे साहित्य के मूल पाठ के माध्यम से प्रदान किया जाता हैI
अकादमिक कार्यक्रम
चार वर्षीय स्नातक पाठ्यक्रम के अंतर्गत MJC- हिंदी में कुल 16 पत्रों को पढ़ाया जाता हैI जो निम्नांकित है:-
MJC-1: हिंदी साहित्य का इतिहास: आदिकाल से रीतिकाल
MJC-2: आदिकालीन एवं मध्यकालीन हिंदी की कविता
MJC-3: हिंदी साहित्य का इतिहास: आधुनिक काल
MJC-4: आधुनिक हिंदी कविता: छायावाद तक
MJC-5: छायावादोत्तर हिंदी कविता
MJC-6: भारतीय और पाश्चात्य काव्यशास्त्र
MJC-7: हिंदी की साहित्यिक विधाएं: उद्भव और विकास
MJC-8: हिंदी भाषा: उद्भव और विकास
MJC-9: हिंदी उपन्यास: पाठ
MJC-10: हिंदी कहानी: पाठ
MJC-11: हिंदी नाटक एवं रंगमंच
MJC-12: हिंदी निबंध और अन्य गद्य विधाएं
MJC-13: हिंदी की साहित्यिक पत्रकारिता
MJC-14: शोध प्रविधि (रिसर्च मेथाडोलॉजी)
MJC-15: प्रयोजनमूलक हिंदी
MJC-16: लोक साहित्य
इसके अतिरिक्त प्रथम सेमेस्टर में AEC-1 के अंतर्गत हिंदी व्याकरण के कुछ महत्वपूर्ण पक्षों, हिंदी रचना के विभिन्न रूपों और प्रयोजनमूलक हिंदी के कार्यालयी पक्षों से अवगत कराना इस पाठ्यक्रम का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य हैI
इसी प्रकार से Skill Enhancement Course SEC-1 के अंतर्गत ‘रचनात्मक लेखन’, SEC-2 के अंतर्गत ’पटकथा लेखन’, SEC-3 के अंतर्गत ‘रंगमंच’ का अध्यापन करवाया जाता हैI
हिंदी विभाग के सभी शिक्षकों द्वारा अपने शोधार्थियों के मार्गदर्शन हेतु समय-समय पर संगोष्ठी, पाठ्यचर्या विमर्श, सेमिनार, पोस्टर लेखन आदि का आयोजन किया जाता हैI
शोध-कार्य
किसी भी विषय के विस्तार हेतु शोध-कार्य अति महत्वपूर्ण माना जाता हैI पाठ्यक्रम MJC-14 के अंतर्गत ‘शोध प्रविधि’ पर विशेष चर्चा, छात्रों के साथ की जाती हैI साथ ही, वैसे छात्रों को समय-समय पर आमंत्रित किया जाता है जो पदस्थापित शिक्षकों के निर्देशन में शोध-कार्य कर रहे हैंI उन्हें साहित्यिक शोध के विषय में विस्तार से बताया जाता है, जैसे पाठ आधारित शोध, अभिलेखीय शोध, आलोचनात्मक शोध, तुलनात्मक शोध आदिI
सुविधाएं और संसाधन
महाविद्यालय में छात्रों के अध्ययन हेतु “Study Room” का प्रावधान हैI महाविद्यालय में पुस्तकालय (Library) हैI पुस्तकालय में विभिन्न विषयों के विभिन्न लेखकों एवं प्रकाशकों की पुस्तकें उपलब्ध हैI
महाविद्यालय तकनीकी रूप से सक्षम हैI कंप्यूटर रूम में 100 से ऊपर कंप्यूटर है, जिसे छात्र इस्तेमाल कर सकते हैंI महाविद्यालय का प्रांगण वाई-फाई से लैस हैI अतः महाविद्यालय परिसर में कहीं भी इंटरनेट का प्रयोग किया जा सकता हैI
महाविद्यालय में ‘स्मार्ट क्लास रूम’ हैI जिसमें प्रोजेक्टर की सुविधा हैI बहुउद्देशीय सेमिनार हॉल हैI जिसमें किसी प्रकार का व्याख्यान आयोजित करवाया जा सकता हैI महाविद्यालय के बीचो-बीच एक खुला मंच हैI
आजीविका विमर्श
हिंदी विभाग द्वारा समय-समय पर रोजगारोन्मुखी कार्यक्रमों की जानकारी छात्रों को दी जाती हैI जैसे कार्यालयी हिंदी, पत्रकारिता, सिनेमा एवं रंगमंच के अवसरों के संबंध में बताया जाता हैI